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आज ही के दिन हुई थी ओपी चौधरी के राजनैतिक सफर की शुरुआत

आज ही के दिन हुई थी ओपी चौधरी के राजनैतिक सफर की शुरुआत

रायपुर। आज ही के दिन राजनीति में कदम रखने के बाद ओपी चौधरी का पहली बार अपने क्षेत्र में आगमन हुआ था। सुबह 8 बजे रायपुर से ट्रेन में सफर कर दोपहर 12 बजे शक्ति स्टेशन के बरगढ़ खोला से उनका चुनावी सफर शुरू हुआ था । उतरते ही सबसे पहले अपने क्षेत्र की माटी को अपने माथे से लगाया था । जनसैलाब तो ऐसा था मानो कोई नए युग का उदय होने वाला है। हजारों की संख्या में वाहन और लाखों की भीड़। आखिर क्यों न हो जिस व्यक्ति ने अपने काम के दम पर पूरे देश मे डंका बजाया हो उससे हर कोई मिलना चाहता था।

लगातार 10 घंटे बिना थके बिना रुके एक स्लीपर चप्पल पहने ओपी चौधरी आगे बढ़ते रहे । मुझे आज भी वो दिन याद है भीड़ के कारण उनको चोट लगी हुई थी उनके पैर की उंगली खून से लतपथ थी फिर भी वो आगे बढ़ते रहे । आज ही के दिन उस व्यक्ति का राजनैतिक सफर शुरू हुआ जो समाज मे सिर्फ और सिर्फ बदलाव चाहता है ।अपने काम के दम पर पूरे देश मे डंका बजाने वाले ओपी चौधरी ने अपने सभी कार्य का श्रेय अपने बड़े बुजुर्गों, माताओं, बहनों और अपनी माटी को दिया , उनके प्रेरणा और आशीर्वाद के फलस्वरूप ही ये सब सम्भव हो पाया ।उनका मानना है कि जीवन में आपके सोच समाज के प्रति सच्चे हैं तो आपको किसी कुर्सी या किसी पद की आवश्यकता नहीं होती । और अगर आप किसी कुर्सी या पद पर हैं भी और आपके मन मे समाज के प्रति सच्ची भावना या सोच नहीं है तो वो पद और वो कुर्सी किसी काम का नही।

आजतक वो आवाज़ कानों में गूंजती है जब वो कह रहे थे कि आप मन के बेटा हर , आप मन के भाई हर समाज बर सकारात्मक राजनीति और कुछ अच्छा करे बर अपन के 23 साल के नौकरी ल छोड़के आप मन के बीच आ गिस हे । आप मन के ये बेटा अपन माटी के कर्ज चुकाना चाहत हे, ए माटी म वो ताकत हे जो आप मन के बेटा ला राजधानी रायपुर के कलेक्टर बनाके दिखाइस हे । शेर की गरज से कम नहीं था उनका आज ही के दिन 6 साल पहले का

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