
तपन चक्रवर्ती
संपादक छत्तीसगढ़ प्राइड मासिक पत्रिका
18 वीं लोक सभा चुनाव 2024 में तीसरी बार साहेब ने प्रधान मंत्री की शपथ, अपने 71 मंत्रीमंडल सदस्यों के साथ 09 मई 2024 के रात 7:30 बजें लिये। साहेब ने वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से तीसरी बार 1,52,000 मतो से विजयी रहे। जब कि स्वयं साहेब एवं उनके भक्तों द्वारा 10.00 लाख से अधिक मतों से विजयी हाने का दावा पेश किये थे। दूसरी तरफ मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 8.00 लाख से अधिक मतों से विजयी रहें। साहेब के प्रबल विरोधी राहुल गांधी रायबरेली एवं वायनाड से 3.50 लाख से अधिक मतों से विजयी रहें। साहेब ने 18वीं लोकसभा के सात चरणों के चुनावी प्रचार में एक अनपड़ की तरह, निम्न स्तर की भाषा का प्रयोग, अपने विपक्षी दलों पर लगातार करते रहें। आजाद भारत देश में आज तक कोई भी प्रधान मंत्री अपनी चुनावी प्रचार के भाषण में विपक्षी दलों के प्रति अपमान जनक भाषा का प्रयोग नहीं किये है। भारतीय लोक तंत्र में विपक्ष को सदैव सम्मान दिया जाता है। साहेब ने चुनावी प्रचार एक आम सभा में विपक्षी पार्टी (कांग्रेस) के चुनाव जीतने पर जनता का भैस को ले जायेंगे । और किसी अन्य सभा में कहा की विपक्षी पार्टी (कांग्रेस) के चुनाव जोतने पर महिलाओं के मंगलसूत्र छिनकर, अधिक बच्चे पैदा करने वाले विशेष जाति (मुसलमान) को दे देंगे। एवं अन्य सभा में कहा है कि विपक्षी दल (कांग्रेस) अपने वोट बैंक के सामने “गुजरा” भी कर सकते है। इसके अलावा साहेब ने अन्य चुनावी प्रचार में कहा कि विपक्षी दल (कांग्रेस) के जीतने पर जनता के घर से नल की टोटीयों को भी खोल कर ले जायेंगे। किन्तु साहेब द्वारा किसी भी चुनावी सभा में अपने 10 वर्षों के कार्यकाल में जनता से किये गये वादों के बारे में कुछ नहीं कहा है।
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2012 में साहेब ने अवसरवादी समाज सेवी अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार के विरूद्ध आंदोलन के जरियें, जिसे साहेब के मातृ संस्था द्वारा पूर्व नियोजित इस आंदोलन को करवाया गया था। और 20214 के लोकसभा चुनाव में झूठे वायदों के बौछार के साथ “अच्छे दिन” आयेंगें और सभी के बैंक खातों में 15-15 लाख नगद भुगतान एवं विदेश से काला धन भी लायेंगे (विदेश के बैंको में जमा भारत का काला धन ) । जनता ने विश्वास के साथ साहेब को सत्ता सौंप दी और फिर पुनः 2019 के आम चुनाव में साहेब ने “पुलवामा – कांड” में 40 सैनिकों के शहादत के नाम पर जनता से “राष्ट्रवाद” के नाम पर एवं भारतीय सेनाओं को “वन रैंक-वन पैंशन और किसानों की आय दुगनी कर देने का वायदों के साथ पुनः सत्ता में काबिज हुए। अब 2024 के 18 वीं लोसभा चुनाव प्रचार में सिर्फ विपक्षी पार्टी (कांग्रेस) के प्रति हिंसा एवं द्वेष से ग्रसित चुनावी भाषण के जरियें तीसरी बार सत्ता में अल्प मत के साथ लौटें हैं। देश की जनता को आसमान छूती महंगाई, 84% बेरोजगारी की बढ़ौतरी, महिला उत्पीडन, चौपट होती अर्थव्यवस्था, किसान विरोधी एवं गरीब विरोधी शासन का कोई असर नहीं पड़ा हैं क्योंकि जनता को मुफ्त 5 किलो राशन एवं नगदी करण के कारण देश का प्रगति शून्य पर हैं। इसके अलावा बेरोजगार युवा वर्ग आतंकवाद के तरफ आकर्षित हो रहें है। आज देश की दुर्गति पर साहेब के मातृ संस्था, जिसका वे स्वयं प्रचारक रहें मातृ संस्था के प्रमुख, साहेब को नैतिकता का पाठ पढ़ा रहें है। 2002 के “गुजरात दंगे” के समय साहेब के कंधे पर “हिन्दू राष्ट्र” का जिम्मेदारी रख कर, साहेब के सभी गल्तियों पर “सात खून माफ कर दिये गये थे।
18वीं लोकसभा के चुनाव में साहेब द्वारा “400 पार” एवं अन्य नारो के साथ चुनावी प्रचार में उतरे एवं उक्त नारों में साहेब के पार्टी का 370 सीट रहेगा। किंतु 04 जून 2024 के चुनाव परिणाम में NDA को 292 सीटों साथ स्पष्ट बहुमत जरूर मिला, दुसरी तरफ इण्डिया गंठबंधन को 234 सीट एवं अन्य को 17 सीटें प्राप्त हुए है। साहेब के पार्टी को 240 सीट एवं विपक्षी दल (कांग्रेस) को 99 सीटे प्राप्त हुए है। साहेब के 400 पार और 370 के नारों का गुब्बारा फुट गया। 2024 के आनचुनाव में कई बड़े-बड़े हस्तीयां भी धराशायीं हुए है। सबसे हाई प्रोफाईल सीट “अगेठी” से प्रचंड अभिमानी एवं 13 रूपयां प्रति किलो शक्कर और 30 रूपयां प्रति लीटर पेट्रोल का झूठे वादो के कारण “स्मृति इरानी” 1.64 लाख से अधिक मतों से परास्त हुई है। सबसे आश्चर्य कि बात है कि साहेब की पार्टी ” आयोध्या” (रामनगरी) सीट से 56 हजार से अधिक मतों से लल्लू सिंह पराजीत हुए है। आयोध्या (रामनगरी) विधानसभा सीट है। यह फैजाबाद संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है। फैजाबाद संसदीय क्षेत्र में दरियाबाद, रूदौली, मिल्कीपुर (आरक्षित), बीकापुर एवं आयोध्या विधानसभा क्षेत्र शामिल है। मिल्कीपुर विधान सभा क्षेत्र के अवधेश प्रसाद (दलित वर्ग) सामाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अपने विरोधी लल्लू सिंह को 56 हजार से अधिक मतों के साथ पराजित कियें है। साहेब के कई भक्तों ने चुनाव प्रचार में 400 पार के लक्ष्य को “संविधान” बदलने के लिए जरूरी बताये थे। इसी आयोध्या ( रामनगरी) में 05 माह पहले साहेब द्वारा “अधुरे राम मंदिर” का पूजन कार्य एवं उद्घाटन किये थें। आयोध्या में मिली हार से साहेब के भक्तो द्वारा आयोध्या (रामनगरी) के मतदताओं को खुलेआम भला-बुरा कहकर अपमान किये है। इसी क्रम में पार्श्व गायक “सोनु निगग” ने भी मतदताओं को “सनातनी” विरोधी कहा है । यह लोकतंत्र का गजाक है। इन्हे देश कभी भी माफ नहीं करेगा।
NDA को 292 सीट के साथ स्पष्ट बहुमत मिलने पर साहेब ने 06 जून 2024 को पुराने संसद भवन के सभागार में NDA संसदीय दल के बैठक बुलाई। जिसमें पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंहद ने साहेब को NDA घटक दलों के नेता चुनने का प्रस्ताव रखा । सभी दलों के सदस्यों ने करतल ध्वनी के साथ सहमति जतायें। मंच पर पहले से रखी गई “संविधान” के प्रति को साहेब ने नाटकीय अंदाज के साथ माथे से लगाकर अभार व्यक्त कियें। वही दुसरी तरफ NDA दलों में से JDU (12) एवं TDP (16) सीटों के साथ साहेब की कुर्सी सलामत रहेगा। JDU के नितीश कुमार और TDP के चंद्रबाबू नायडू ने समर्थन के बदले साहेब के सामने भारी-भरकम मांगे रख दियें है। JDU के नितीश कुमार ने समर्थन के बदले रेल मंत्री एवं 03 अन्य मंत्रालयों के साथ बिहार राज्य को “विशेष राज्य” का दर्जा देने की गांग की गई है। दूसरी तरफ TDP के चंदबाबू नायडू ने लोकसभा स्पीकर का पद एवं 04 अन्य महत्वपूर्ण मंत्रालयों के साथ आंध्रप्रदेश को “विशेष राज्य का दर्जा एवं 4% मुसलमानों के आरक्षण के साथ प्रति हज यात्रियों को 1.0 लाख रूपये की सहयोग राशि की मांग रखी गई है। TDP के चंद्रबाबू नायडू शुरू से ही साहेब को निशाने पर रखें है क्योंकि 2002 को “गुजरात दंगे” का मुख्य दोषी साहेब के विरूध आवाज बुलंद किये थे। 2016 को TDP के चंद्रबाबू नायडू NDA से अलग हो गये थे। 2023 में साहेब ने चंद्रबाबू नायडू को कौशल परियोजना मे वित्तीय अनियमितता के आरोप में जेल भेज दिये गये थें। तमाम विषम परिस्थितियों से संघर्ष करते हुए, चंद्रबाबू नायडू 2024 में आंध्रप्रदेश के विधान सभा के चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल किये है। आज आंध्रप्रदेश को विकास की गति में तेजी लाने के लिए ” महत्वकांक्षी विशेष राज्य का दर्जा” की योजना जरूरी है। चुनाव प्रारंभ के पहले संसद में साहेब ने 56 इंच का खोखला सीना को ठोकर कहे थे कि ” एक अकेला – सब पर भारी” आज वही साहेब बुझी बुझी सी आवाज एवं बदरंग हुए चेहरे के साथ चंद्रबाबु नायडू एवं नितीश कुमार के साथ खड़ है। चुंकि साहेब को सत्ता में बने रहना जरूरी है। क्योंकि स्वयं के कार्यकाल में हुए समस्त भ्रष्टाचारों पर मिट्टी जो डालना है।
राहूल गांधी (सांसद) ने 07 जून को प्रेस वार्ता में साहेब पर 30.0 लाख करोड़ रूपयें निवेशकों के डूबाने का आरोप लगायें है। 01 जून 2024 को 18वीं लोक सभा के EXIST Poll में साहेब एवं उसके पार्टी को फर्जी जीत के आंकड़ों पर अपने विश्वास पात्र निवेशकों को अपार रकम की लाभ पहुचाएं है। 04 जून के बाद शेयर मार्केट में और तेजी से उछाल आने की बात स्वयं साहेब द्वारा, गृहमंत्री और वित्त मंत्री द्वारा अडानी और अंबानी के टेलीविजन चैनलों में खुलेआम कहा गया है। किंतु 04 जून को आश्चर्यजनक चुनाव परिणाम आने के बाद शेयर मार्केट एकदम निचले स्तर पर आ जाने के कारण मासूम आम शेयर निवेशको के 30.0 लाख करोड़ रूपयों का नुकसान हो गयें है। इस घोटाले की जांच JPC द्वारा किये जाने की मांग राहूल गांधी ने रखी है। सबसे दिलचरप की बात है कि CWC की बैठक में राहूल गांधी को प्रतिपक्ष का नेता चुन लिये गये है। आगामी 24 जून 2024 से 03 जूलाई 2024 तक 10 दिवसीय संसद सत्र प्रारंभ हाने की चर्चा है एवं 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव के पहले सभी सांसद के सदस्यों को शपथ दिलाया जावेगा। इसके बाद आने वाले सभी संसद सत्र में राहुल गांधी प्रतिपक्ष के नेता के रूप में साहेब के समस्त भ्रष्टाचार की जाच की मांग करेंगें और सत्ता पक्ष के द्वारा इसका विरोध किया जावेगा। इस तरह भविष्य के सभी संसदीय सत्र हंगामेदार रहेगा और एक दिन बे-आ-ब-रू होकर साहेब को सत्ता से बेदखल होना पड़ेगा। क्योंकि TDP और JDU अपना समर्थन वापस ले सकते हैं। क्योंकि साहेब इन दोनो की न्यायोचित मांग को अनदेखी कियें है । साहेब एवं उनके पार्टी के फैसले के अनुसार सभी मत्वपूर्ण मंत्री पद पूर्व के कार्यकाल के अनुरूप रहेंगे। जिससे TDP और JDU के साथ NDA के अन्य सासद भी बगावत जरूर करेंगे।