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पीड़ित अगर एसपी-आईजी दफ्तर पहुंचे तो थाना प्रभारियों की खैर नहीं

पीड़ित अगर एसपी-आईजी दफ्तर पहुंचे तो थाना प्रभारियों की खैर नहीं

रायपुर। एसएसपी डॉ. संतोष सिंह द्वारा सिविल लाईन स्थित सी-4 भवन के सभाकक्ष में रायपुर जिले के समस्त पुलिस राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों की बैठक ली गई। अपराध समीक्षा बैठक में वर्षांत तक गुणवत्तापूर्ण अपराध विवेचना कर पेंडिंग अपराध और शिकायत कम करने का निर्देश दिया। अभी एसपी ऑफिस द्वारा पूरे जिले के फरार आरोपियों की सेंट्रलाइज्ड सूची बनाई गई है। उस आधार पर टीमें भेज कर बड़े पैमाने पर गिरफ्तारी कर अपराध निकालने को कहा। गंभीर मामलों की विवेचना स्वयं थाना प्रभारियों को करने, साईबर संबंधी मामलों में हर संभव कार्यवाही कर पीड़ित को त्वरित राहत देने के निर्देश दिये गये।

उन्होंने जोर दिया कि शिकायत सुन निराकरण करें वरिष्ठ कार्यालय न आना पड़े। धर्मांतरण और मवेशी तस्करी मामलों में तत्परता और कठोरता से कार्यवाही करने का निर्देश दिया। बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा छोटी-छोटी घटनाओं दृष्टिगत रखते हुए अपराधों की रोकथाम एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने कानून व्यवस्था को गंभीरता से लेते हुए लापरवाही न बरतते हुए उस पर तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये जिससे कोई भी छोटी घटना बड़ी रूप न ले सके।

क्राइम ब्रांच द्वारा बनाए गए एनडीपीएस के आदतन आरोपियों, चाकूबाजों, वाहन चोरों आदि की सूची प्रभारियों को शेयर करते हुए उन पर कार्यवाही करने को कहा। इसके साथ ही विजिबल पुलिसिंग पर जोर देने, असामाजिक तत्वों, निगरानी गुण्डा, अन्य बदमाशों एवं पुराने अपराधियों की गतिविधियों पर निगाह रख कर समय – समय पर विशेष अभियान चलाकर कार्यवाही करने कहा गया।

इसके साथ ही नशे के पदार्थो के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने तथा किसी भी सूरत में किसी प्रकार का कोई भी नशे का सामान नहीं बिकने के सख्त निर्देश देने के साथ ही नशे के सामग्रियों को पकड़ने के दौरान उसके अंतिम सप्लाई चैन व आरोपियों की तस्दीक करने कहा गया।

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