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पालक-शिक्षक प्रथम मेगा बैठक में शामिल हुईं कलेक्टर गांधी

पालक-शिक्षक प्रथम मेगा बैठक में शामिल हुईं कलेक्टर गांधी

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धमतरी। बच्चों के शारीरिक, मानसिक एवं सर्वांगीण विकास के लिए विद्यालय एवं पालकों के मध्य बेहतर समन्वय स्थापित करने के उद्देश्य से संकुल स्तर पर पालक-शिक्षक बैठक का आयोजन किया गया। इन बैठकों में पालक-शिक्षक और विद्यार्थियों के अलावा जिला स्तरीय अधिकारी भी उपस्थित हो रहे हैं, जिसमें कलेक्टर नम्रता गांधी देमार, पुलिस अधीक्षक आंजनेय वार्ष्णेय आमदी, सीईओ जिला पंचायत रोमा श्रीवास्तव रूद्री में शामिल हुई।

जिले के 168 स्कूलों में आयोजित पालक-शिक्षक मेगा बैठक में 26 हजार 317 पालक और 1422 शिक्षक शामिल हुए। धमतरी विकासखण्ड के ग्राम देमार स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय देमार में आयोजित पालक-शिक्षक प्रथम मेगा बैठक में कलेक्टर नम्रता गांधी शामिल हुईं। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य दमयंती साहू सहित गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि, शिक्षक, पालक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

इस मौके पर कलेक्टर ने कहा कि हम सभी अपने बच्चों के लिए मेहनत करते हैं। इस व्यस्तता के चलते हम बच्चों से बात नही कर पाते। बच्चों के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी जरूरी है। अकेलापन बच्चों को नशे की ओर बढ़ाता है। बच्चों और आपके बीच की दूरी मिटाएं। बच्चों को पढ़ाई के लिए दबान न बनाएं। उनकी कला को पहचान कर आगे बढ़ाएं। हर बच्चा दिन में कम से कम एक घंटा जरूर खेलें।  उन्होंने बच्चों से कहा कि आपके पालक आपको सबसे अच्छा देना चाहते हैं। वे कभी नहीं चालते कि आपका नुकसान हो। इसलिए आप उनके शब्दों को नहीं भावनाओं को समझें। यह समय आपके जीवन का बहुत नाजुक समय है। आप जो लक्ष्य निर्धारित करते हैं, उसे पूरा करने की जिम्मेदारी आपकी है। समय कीमती है, ये कभी वापस नहीं आता। आप अपने पालकों से रोज बात करें। जीवन में जो भी लक्ष्य प्राप्त हो, उसे निभाएं। कलेक्टर ने कहा कि शिक्षक बच्चों को ज्ञान का उपयोग करना सिखाएं।

साथ ही बच्चे और पालकों के बीच सेतु का कमा करें। समिति अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करें। सकारात्मक विचारों को लेकर हम सामाजिक वातावरण का निर्माण करेंगे। इस अवसर पर बच्चों को न्यौता भोज कराया गया और सरस्वती सायकल योजना के तहत बालिकाओं को निःशुल्क सायकल वितरित किया गया। साथ ही होनहार विद्यार्थियों का सम्मान भी किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत सदस्य दमयंती साहू ने कहा कि शिक्षा हमारे जीवन का महत्वपूर्ण विषय है। आपके माता-पिता आपको अच्छी शिक्षा देकर आगे बढ़ाना चाहते हैं। आप पढ़ाई के साथ-साथ अन्य रचनात्मक गतिविधियों से जुड़ें, ताकि आपकी कला का प्रदर्शन हो सके। उन्होंने पालकों से कहा कि दिनभर बच्चों से शाला में हुए क्रियाकलापों की जानकारी लें।

गौरतलब है कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य बच्चों की सम्पूर्ण गतिविधियों से पालकों को अवगत कराना है, जिससे बच्चों को सतत् प्रेरणा एवं उचित मार्गदर्शन मिल सके। इसके साथ ही शिक्षक एवं पालकों के संयुक्त प्रयास से बच्चों में पढ़ाई के प्रति सकारात्मक वातावरण बनाना, बच्चों की काउंसिलिंग कर उन्हें परीक्षा के तनाव से मुक्त करना तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप ड्रॉप आउट रोकने के लिए पालकों की भूमिका सुनिश्चित करना इस बैठक का उद्देश्य है।

इस बैठक में मेरा कोना, छात्र दिनचर्या, बच्चे ने आज क्या सीखा, बच्चा बोलेगा बेझिझक, बच्चों की आकदमिक प्रगति एवं परीक्षा पर चर्चा, पुस्तक की उपलब्धता सुनिश्चित करना, बस्ता रहित शनिवार, विद्यार्थियों के आयु, कक्षा अनुरूप स्वास्थ्य परीक्षण एवं पोषण की जानकारी, जाति, आय, निवास प्रमाण पत्र, न्योता भोज, विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं, छात्रवृत्ति एवं विभागीय योजना की जानकारी पर चर्चा सहित विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से शिक्षा के लिए पालकों एवं छात्रों को अवगत कराने इत्यादि विषयों पर चर्चा की गई।

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